उन्होंने दावा किया है कि चीन में 1980 के दशक में आर्थिक सुधार लागू होने के बाद लाखों लोगों को भीषण गरीबी से छुटकारा मिला है.
चीन सरकार ने इस बात का दावा किया है कि शी जिनपिंग के आने के बाद आठ सालों में दस करोड़ लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है.
लेकिन विशेषज्ञों ने इस ओर ध्यान दिलाया है कि चीन की भीषण गरीबी की परिभाषा को बहुत नीचे रखा गया है और आय में व्यापक तौर पर असमानता मौजूद है.
पिछले साल चीन के प्रीमियर ली केचियांग ने कहा था कि साठ करोड़ लोग किसी बड़े शहर में किराए का घर का भी खर्च उठा नहीं कर सकते हैं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि चीन ने भीषण गरीबी को ख़त्म कर दिया है. उन्होंने इसे एक 'चमत्कार' बताया है.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि चीन ने ग़रीबी के ख़िलाफ़ लड़ाई में ‘पूरी जीत’ हासिल कर ली है.
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "आज कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ चीन (सीपीसी) की सौवीं वर्षगांठ के अहम मौक़े पर इसकी घोषणा करने के लिए हमने इस भव्य समारोह का आयोजन किया है कि चीन ने गरीबी के ख़िलाफ़ लड़ाई में पूरी तरह से जीत हासिल कर ली है."
"यह जीत पूरी पार्टी और सभी नस्लों के चीनी लोगों के पुख्ता प्रयासों से हासिल हुई है."
"वर्तमान तय मापंदड के अनुसार सभी 9.89 करोड़ गरीब ग्रामीण आबादी को ग़रीबी से बाहर निकाल लिया गया है. इसके साथ ही ग़रीबी से ग्रस्त 832 काउंटी और 128 हज़ार गांवों को भी ग़रीबी सूची से बाहर निकाल लिया गया है. क्षेत्रवार ग़रीबी से निपटा गया है और भीषण ग़रीबी को खत्म करने के इस मुश्किल कार्य को अंजाम दिया गया है. हमने एक और चमत्कार कर दिखाया है जो इतिहास में दर्ज होगा."