चीन भारत से कम ज़मीन पर खेती करता है लेकिन इससे अधिक फसल उपजाता है.
कृषि अर्थशास्त्री प्रोफ़सर अशोक गुलाटी ने इस बारे में बीबीसी को बताया, "चीन के पास हमसे कम ज़मीन है. उसकी 'ग्रॉस लैंड होल्डिंग साइज़' भी भारत से छोटी है. हमारे पास 1.08 हेक्टेयर की लैंड होल्डिंग साइज़ है, जबकि उसके पास महज .67 हेक्टेयर की. लेकिन उनका कृषि उत्पादन हमसे तीन गुना ज़्यादा है.''
''ऐसा इसलिए क्योंकि वो रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज़्यादा खर्च करते हैं. वहाँ की खेती में विविधता है. किसान जो निवेश करते हैं, उस पर सब्सिडी मिलती है. हमें उनसे सीखना चाहिए. "
भारत की खेती को लेकर अच्छी बात यह है कि यह चाहे तो अपने फसलों की पैदावार दोगुनी कर सकता है. लेकिन ख़राब बात यह है कि अगर एग्रीकल्चर चेन से जुड़े सभी खिलाड़ी अपनी भूमिका अदा करते हैं तो भी इस लक्ष्य को हासिल करने में एक या दो पीढ़ियाँ बीत जाएंगीं.