उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति को टीका लगने के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण केंद्र पर इंतज़ार करने के लिए कहा जाता है, ताकि किसी भी तरह के एडवर्स इफ़ेक्ट को मॉनिटर किया जा सके. हर टीकाकरण केंद्र में इसके लिए एक किट तैयार कर रखने की बात की गई है, जिसमें ऐनफ़लैक्सिस की अवस्था से निपटने के लिए कुछ इंजेक्शन, पानी चढ़ाने वाली ड्रिप और बाक़ी ज़रूरी समान का होना अनिवार्य बताया गया है.
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए किसी नज़दीकी अस्पताल में ख़बर करनी है और किस तरह से उसके बारे में Co-WIN ऐप में पूरी विस्तृत जानकारी को भरना है, ये भी बताया गया है.
ऐसी किसी स्थिति से बचने के लिए ज़रूरी है कि टीके को सही तरह से सुरक्षित रखा जाए, व्यक्ति को टीका लगाने के पहले उसकी मेडिकल हिस्ट्री की पूरी जानकारी ली जाए. किसी ड्रग से एलर्जी की सूरत में भारत सरकार के नियमों के मुताबिक़ उन्हें कोरोना का टीका नहीं लगाया जा सकता.