ये शब्द हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के, जिन्होंने नीतीश कुमार की मौजूदगी में और रालोसपा के जद(यू) में विलय के मौक़े पर ये बातें कहीं.
वहीं नीतीश कुमार ने रालोसपा के जद(यू) में विलय के मौक़े पर कहा, "उपेंद्रजी ने तो कह दिया कि वे साथ आकर काम करेंगे और उनकी कोई ख़्वाहिश नहीं, लेकिन हमलोग तो सोचेंगे न? आपकी भी प्रतिष्ठा है, आपकी भी इज़्ज़त है, आपकी भी हैसियत है. भाई उपेंद्र कुशवाहा जी तत्काल प्रभाव से जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इसके बाबत पत्र तैयार कर दिया है."
उपेंद्र कुशवाहा के यूँ बिना किसी शर्त अपने दल का किसी और दल में विलय करा देना और नीतीश कुमार का उन्हें तत्काल प्रभाव से जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की घोषणा करना ही अलग कहानी कहता है.
Your Answaer